नोट की चोट
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दो नम्बरीयों को लाले पड गये सी गई सबकी होंट
दुम दबाकर बैठ गये है , जबसे बंद हो गई है नोट
बहुत हो गई थी भ्रष्टाचार
खतम होने को थी सदाचार
खूब दौडाया रेगीस्तां में ऊंटें,अब फस चुकी नैया मझधार,
कैसे पार लगेगी नैया जब मन मे भरी हो खोंट ही खोंट ......
दूम दबाकर बैठ गये है जब से बंद हो गई है नोट !
ईन्ही के दम पर ताकतें बढाई
सत्तासीन हो कुर्सी हथीयाई
सेज़ बहारो की पर सोते थे,
देखलो आज नही मिल रही है चार पाई
नींद भी कैसे आये इनको जब चादर हो गई हो छोट........
दूम दबाकर बैठ गये है जबसे बंद हो गई है नोट !
गरीबों की क्या जाने वाला
रुखा सूखा खाने वाला
जिसने गडा कर रखी हुई है,
छट पटा रहा है काला धन वाला
दात देता हू मै सरकार को कि हृदय मे कालाधनीयों की किये गम्भीर चोंट.......
दूम दबाकर बैठ गये है जबसे बंद हो गई है नोट !
सब कुछ दांव पर लग जायेगी
आगे जब जब चुनाव आयेगी
निस्वार्थ,बिना प्रलोभन के जनता जब किसी को चुन पायेगी,
लोक तंत्र मजबूत होगी जब सार्थक होगी हमारी वोट......
दूम दबाकर बैठ गये है जब से बंद हो गई है नोट !
दुम दबाकर बैठ गये है , जबसे बंद हो गई है नोट
बहुत हो गई थी भ्रष्टाचार
खतम होने को थी सदाचार
खूब दौडाया रेगीस्तां में ऊंटें,अब फस चुकी नैया मझधार,
कैसे पार लगेगी नैया जब मन मे भरी हो खोंट ही खोंट ......
दूम दबाकर बैठ गये है जब से बंद हो गई है नोट !
ईन्ही के दम पर ताकतें बढाई
सत्तासीन हो कुर्सी हथीयाई
सेज़ बहारो की पर सोते थे,
देखलो आज नही मिल रही है चार पाई
नींद भी कैसे आये इनको जब चादर हो गई हो छोट........
दूम दबाकर बैठ गये है जबसे बंद हो गई है नोट !
गरीबों की क्या जाने वाला
रुखा सूखा खाने वाला
जिसने गडा कर रखी हुई है,
छट पटा रहा है काला धन वाला
दात देता हू मै सरकार को कि हृदय मे कालाधनीयों की किये गम्भीर चोंट.......
दूम दबाकर बैठ गये है जबसे बंद हो गई है नोट !
सब कुछ दांव पर लग जायेगी
आगे जब जब चुनाव आयेगी
निस्वार्थ,बिना प्रलोभन के जनता जब किसी को चुन पायेगी,
लोक तंत्र मजबूत होगी जब सार्थक होगी हमारी वोट......
दूम दबाकर बैठ गये है जब से बंद हो गई है नोट !
दिलीप पटेल बहतरा, बिलासपुर
मो नं. 8120879287
मो नं. 8120879287
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